गांधी के सपनों का भारत बनाने का संकल्प लिया

देहरादून में राष्ट्रपिता महात्मा गंाधी के शहादत दिवस पर जीतेगा भारत, हारेगी नफरत अभियान के तहत गांधी पार्क स्थिति बापू के प्रतिमा के पास सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया और शहीर सम्मान मार्च निकाला गया। बाद में एक सभा का आयोजन किया गया। इस सभा में जन संगठनों, विपक्षी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को धर्म गुरुओं ने हिस्सा लिया। सभा में गांधी जी के सपनों का भारत बनाने का संकल्प लिया गया।

उत्तराखंड इंसानियत मंच के डॉ. रवि चोपड़ा के नेतृत्व में कार्यक्रम की शुरूआत बापू को मौन श्रद्धांजलि के साथ हुई। इसके बाद विजय शुक्ला ने सर्वधर्म प्रार्थना करवाई। इसके साथ ही गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। ओम प्रकाश डंगवाल ने सर्वोदय के संकल्प का वाचन किया। इसके बाद शहीद सम्मान मार्च किया गया। मार्च गांधी पार्क से शुरू होकर घंटाघर तक पहुंचा और वहां से वापस गांधी पार्क में मार्च का समापन किया गया।

इसके बाद गांधी पार्क में सर्वधर्म सभा का आयोजन किया गया। इसमें विभिन्न जन संगठनों के साथ ही विपक्षी राजनीतिक दलों और धर्म गुरुओं से हिस्सा लिया। सभा में मुख्य रूप से सर्वोदय मंडल, उत्तराखंड इंसानियत मंच, उत्तराखंड महिला मंच, उत्तराखंड बेरोजगार संघ, चेतना आंदोलन, इप्टा, जन संवाद समिति, एसएफआई, किसान सभा, सीटू, अनुसूचित जाति-जनजाति परिसंघ, भारत ज्ञान विज्ञान समिति, को-ऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ पेंशनर्स एंड सीनियर सिटीजन, सिटीजन फॉर ग्रीन दून आदि शामिल थे। कांग्रेस, सीपीआइ्र, सीपीएम, सीपीआई-एमएल,  समाजवादी पार्टी , आम आदमी पार्टी आदि राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी इस सभा में शामिल हुए।

सभा को संबोधित करते हुए उत्तराखंड महिला मंच की कमला पंत ने कहा कि देश आज ऐसे दौर में पहुंचाया जा चुका है, जहां जरा सी भी चूक से संविधान के सामने संकट पैदा हो सकता है। देश को और देश के संविधान को बचाने के लिए हम सभी को एक मंच पर आने की जरूरत है। सीपीआई-एमएल के इंद्रेश मैखुरी ने कहा कि आज देश की सत्ता में जो लोग बैठे हैं वे गांधी को नहीं बल्कि गांधी के हत्यारे गोडसे को मानने वाले लोग हैं। देश में आज एक तरफ गांधी को मानने वाले वे लोग हैं, जो संविधान और लोकतंत्र को बचाना चाहते हैं, दूसरी तरफ गोडसे को पूजने वाले लोग हैं जो संविधान को तहस-नहस कर घृणा का साम्राज्य स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं।

कांग्रेस नेता और इंडिया गठबंधन के संयोजक शीशपाल सिंह बिष्ट ने कहा कि देश का बचाना है कि सभी विपक्षी दलों और जन संगठनों को एक मंच पर आना होगा। सीएमएम के सुरेन्द्र सिंह सजवाण ने भी गोडसेवादी विचारधार को संविधान और देश के लिए खतरा बताया। शहरकाजी रईस अहमद ने कहा कि केवल पोस्टर लगाने और नारेबाजी करने के अब काम नहीं चलने वाला है। हमारा पहला कर्तव्य देश को बचाना है। इसके लिए सबको एक साथ आना होगा और ठोस रणनीति पर काम करना होगा। ईसाई धर्मगुरु पास्टर एसएस चौहान ने कहा कि उनका समुदाय इस लड़ाई में संविधानवादी और धर्मनिरपेक्ष ताकतों के साथ है।

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