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प्रकृति और पर्यावरण

जलवायु परिवर्तन और अवैज्ञानिक विकास के इस दौर में प्रकृति और पर्यावरण की सुरक्षा हम सब की जिम्मेदारी है

विकास का पर्याय नहीं, विनाश को न्यौता हैं ये सुरंगें

दिवाली पर उत्तराखंड में एक बड़ा हादसा हो गया है। उत्तरकाशी में यमुनोत्री राजमार्ग पर निर्माणाधीन सुरंग धंस जाने के कारण 40 से 50 मजदूरों की जान सांसत में फंस गई हैं। सुबह अचानक सुरंग में हुए धंसाव के कारण ये मजदूर सुरंग के अंदर फंसे हुए हैं।…

ये क्या हाल बना दिया बदरीनाथ का?

भारत के चार धामों में से एक और भू-बैकुंठ कहा जाने वाला बदरीनाथ धाम सरकारी सनक की भेंट चढ़ गया है। स्मार्ट हिल सिटी या स्मार्ट धाम बनाने के नाम पर बदरीनाथ को मलबे के ढेर में तब्दील किया जा चुका है। सैकड़ों दुकानें तोड़ दी गई हैं और कई पवित्र…

टनलों के ब्रेकथ्रू और तबाह होते गाँव

त्रिलोचन भट्ट  उत्तराखंड में इन दिनोें ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन की टनलों के ब्रेकथ्रू के उद्घाटनों का दौर चल रहा है। ब्रेकथ्रू यानि कि टनल आरपार हो जाना। समाचार माध्यमों में लगातार इन टनलों के ब्रेकथ्रू की खबरें छप रही हैं। कभी…

उत्तराखंड में वनाग्नि की घटनाएं 100 के पार

त्रिलोचन भट्ट ठंड के मौसम में इस बार बारिश की भारी कमी आने वाले सीजन में जंगलों के लिए बड़ा खतरा बन गई ह। आमतौर पर राज्य में अप्रैल और मई के महीने में फॉरेस्ट फायर की घटनाएं होती हैं, लेकिन इस बार जनवरी में भी जंगलों में कई जगह आग लगी देखी…

चारधाम मार्ग पर कचरे के ढेर

त्रिलोचन भट्ट उत्तराखंड सरकार एक बार फिर से राज्य के चारों धामों में आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या का नया रिकॉर्ड बनाने मे लिए जुट गई है। पिछले वर्ष इन धामों में करीब 44 लाख तीर्थयात्री पहुंचे थे। इस बार संख्या 50 लाख या उससे भी ज्यादा…

दबाओं के बावजूद मोर्चें पर महिलाएं

उत्तराखंड में चमोली जिले के ग्वालदम या देवाल जाने के रास्ते में एक छोटा सा कब्बा है कुलसारी। कुलसारी से एक ग्रामीण सड़क पास्तोली और जबरकोट गांवों की तरफ जाती है। कुलसारी के करीब 3 किमी ग्रामीण रास्ते पर एक प्राइमरी स्कूल मिलता है, जबरकोट…

जोशीमठ के साथ रैणी, सुभाईं और सेलंग

यह डायरी धंसते-दरकते जोशीमठ की तीन दिन की यात्रा का वृतांत लिखने का प्रयास है। डायरी के कुछ हिस्से हेराल्ड ग्रुप के अंग्रेजी अखबार नेशनल हेराल्ड, हिन्दी अखबार नवजीवन और उर्दू अखबार कौमी आवाज ने प्रकाशित किये हैं। यहां सम्पूर्ण डायरी…

एनटीपीसी की टनल है जोशीमठ के हेड इंजरी

यह डायरी धंसते-दरकते जोशीमठ की तीन दिन की यात्रा का वृतांत लिखने का प्रयास है। डायरी के कुछ हिस्से हेराल्ड ग्रुप के अंग्रेजी अखबार नेशनल हेराल्ड, हिन्दी अखबार नवजीवन और उर्दू अखबार कौमी आवाज ने प्रकाशित किये हैं। यहां सम्पूर्ण डायरी…