सीएम साहब! बंद करो ये हेल्पलाइन का प्रपंच

त्रिलोचन भट्ट उत्तराखंड की डबल इंजन सरकार आम लोगों की शिकायतों को दूर करने के लिए बहुत पसीना बहा रही है। आपकी शिकायतों को दर्ज करवाने और उनका निस्तारण करने के लिए हेल्पलाइन हैं और ऐप भी हैं। बस आपको गूगल प्ले स्टोर से ऐप डाउनलोड करना है…

प्रेमचंद पर पूर्व डीजीपी का अनोखा ज्ञान

इंद्रेश मैखुरी 31 जुलाई को हिंदी कथा साहित्य के बेजोड़ शिल्पी प्रेमचंद की जयंती होती है. 31 जुलाई 1880 को प्रेमचंद का जन्म हुआ और 08 अक्टूबर 1936 को उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया. इस बीच उन्होंने जो साहित्य रचा, वो समाज के…

गिरफ्तार करने दूसरे जिले में गई पुलिस, लाश बॉर्डर पर छोड़ दी 

त्रिलोचन भट्ट उत्तराखंड पुलिस का क्रूर और अमानवीय चेहरा एक बार फिर सामने आया है। किसी चोरी के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार करने पुलिस अपनी सीमा को लांघकर दूसरे जिले में धमक गई, बिना वहां की पुलिस को सूचित किये। लेकिन, असहनीय पिटाई से…

कांवड़ यात्रा: जहर की फसल, सौहार्द्र के गुलाब

त्रिलोचन भट्ट एक जाने-माने कवि हैं यश मालवीय। उनकी एक कविता है, जो उन्होंने हाल के दौर में लिखी है। पहले हम उनकी कविता की कुछ पंक्तियां देखते हैं- दबे पैरों से उजाला आ रहा है फिर कथाओं को खंगाला जा रहा है धुंध से चेहरा निकलता दिख रहा है…

अस्कोट-आराकोट यात्रा: गोपेश्वर से बणद्वारा तक

त्रिलोचन भट्ट ब्राजील की कवयित्री मार्था मेरिडोस की एक कविता है यू स्टार्ट डाइंग स्लोली.... कुछ लोग इसे पाब्लो नेरुदा की कविता कहते हैं। कविता की शुरुआती पंक्तियांे का हिन्दी तजुर्मा इस तरह है- आप धीरे-धीरे मरने लगते हैं अगर आप नहीं…

जंगलों के सफाये में भी धामी की धमक

त्रिलोचन भट्ट इस दौर में उत्तराखंड का आम नागरिक पेड़ों और जंगलों को बचाने के लिए आंदोलन कर रहा है और मीडिया धामी की धमक जैसे जुमले गढ़ रहा है। इन विरोधाभासों के बीच पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने कुछ ऐसे फैसले लिये हैं जो…

डराती है केदारनाथ की यह भयंकर भीड़

त्रिलोचन भट्ट उत्तराखंड के चारों धामों के कपाट अगले छह महीने के लिए खोल दिये गये हैं। इन धामों में और खासकर केदारनाथ में कपाट खुलने के दौरान जो भीड़ नजर आई, उसे देखकर मन में एक सवाल उठा। मैं आपकेे सामने भी यह सवाल रखना चाहता हूं।…

अग्निवीर: सैनिक या सिक्योरिटी गार्ड!

त्रिलोचन भट्ट आप जरा अपने गांव में, अपने मोहल्ले में या अपनी रिश्तेदारियों में नजर दौड़ाएं। कितने पढ़े-लिखे युवा बेरोजगार हैं? यदि आप भी बीजेपी नेताओं की तरह यह मानते हैं कि ये सारे के सारे अयोग्य हैं, नालायक हैं और नौकरी लगना इनके बस का…

400 पार: क्यों चाहिए? कहां से मिलेंगी?

त्रिलोचन भट्ट अबकी बार 400 पार। ये नारा खूब उछाला जा रहा है। पर कैसे? इस वीडियो में हम जानने की कोशिश करेंगे कि क्या है 400 पार को असली मतलब और क्या है इसका गणित। इस मतलब और गणित को समझने की जरूरत है। सोचने वाली बात ये है कि आपको 400 पार…

संदेशखाली पर शोर, अंकिता पर मौन

त्रिलोचन भट्ट महिलाएं संदेशखाली की हों, मणिपुर की या फिर उत्तराखंड की। सभी का सम्मान बराबर होता है। लेकिन, यदि मणिपुर की महिलाओं को निर्वस्त्र करने के मामले में मौन साधने वाले, अंकिता भंडारी हत्याकांड की निन्दा तक न करने वाले लोग,…